लगता है
इस देश का
भविष्य
रह गया है
सिमट कर
भ्रष्टचार
महंगाई
आरक्षण
और
आतंक
के
दायरे में
भरष्टाचार ने
थाम रखा है
दामन
महंगाई का
और
आरक्षण ने
पहन रखा है
चोला
आतंकवाद का !
इस देश का
भविष्य
रह गया है
सिमट कर
भ्रष्टचार
महंगाई
आरक्षण
और
आतंक
के
दायरे में
भरष्टाचार ने
थाम रखा है
दामन
महंगाई का
और
आरक्षण ने
पहन रखा है
चोला
आतंकवाद का !
2 comments:
mehgai maar gai.........
दिल नाउम्मीद तो नहीं , नाकाम ही तो है
लम्बी है ग़म की शाम , मगर शाम ही तो है
http://rituondnet.blogspot.com/
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