मन मैं उभरते,बिखरते विचारों का; कागज और कलम के बीच द्वंद के पश्चात शब्दों का संग्रह है!
लिखते रहें, शुभकामनायें.
"वह आमअनेक लताओं के झूरमूट सेमेरी बेबसी परहँस रहा हो !"प्रिय शशिछोटी सी कविता है, लेकिन उसमें छिपा मनोभावना सशक्त है -- शास्त्री जे सी फिलिपमेरा स्वप्न: सन 2010 तक 50,000 हिन्दी चिट्ठाकार एवं,2020 में 50 लाख, एवं 2025 मे एक करोड हिन्दी चिट्ठाकार!!
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लिखते रहें, शुभकामनायें.
"वह आम
अनेक लताओं के झूरमूट से
मेरी बेबसी पर
हँस रहा हो !"
प्रिय शशि
छोटी सी कविता है, लेकिन उसमें छिपा मनोभावना सशक्त है -- शास्त्री जे सी फिलिप
मेरा स्वप्न: सन 2010 तक 50,000 हिन्दी चिट्ठाकार एवं,
2020 में 50 लाख, एवं 2025 मे एक करोड हिन्दी चिट्ठाकार!!
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